సత్సంగత్వే నిస్సంగత్వం
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నిశ్చలతత్వే జీవన్ముక్తిః ||

Sunday, July 31, 2011

"రఫీ" ని గుర్తుచేసుకుందామని..




"चैदावी का चाँद हो..या आफताब हो..
जो भी हो तुम खुदा की कसम ला जवाब हो.."



"क्या हुआ तेरा वादा..वो कसम वो इरादा..
भूलोगी तुम जिसदिन मुझे
वो दिन ज़िन्दाजी का आखरी दिन होगा "



"दिल के झरोकोमें तुझको बिठाकर.."


"याहू...चाहे कोयी मुझे जंगली कहे..
एहसान तेरा होगा मुझ पर
दिल चाहता है वो कहने दो.."



"मैं गाऊ तुम सो जावो
सुख सपनोमें खो जावो.."



"मन रे तू काहे न धीर धरे
तू निर्मोही मोह न जाने..."



"तुम जो मिल गए हो...
तो ये लगता है ये जहा मिल गया.."



"ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है..
जिन्हें नाज़ है हिंद पर वो कहा है..
कहा है कहा है कहा है.."



"लिखे जो ख़त तुझे जो तेरी याद में
हज़ार रंग के नज़ारे बन गए.."

ఇవాళ తన వర్ధంతి అని "రఫీ" ని గుర్తుచేసుకుందామని పొద్దున్నుంచి అనుకుంటే ఇప్పటికి కుదిరింది. ప్రస్తుతానికి ఇవే గుర్తుకొస్తున్నాయి.. "హందోనో" సినిమాలోవి పాటలు చాలా బావుంటాయి....రఫీ పాడిన మరో రెండు పాటలు బావుంటాయి. ఒకటి 'में ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया', "अभी ना जाऑ छोड कर, के दिल अभी भरा नही.." రెండు చాలా బావుంటాయి. अभी ना जाऑ పాట తరువాత వచ్చే "जहा में ऐसा कौन है.. के जिसको गम  मिला नही..." కూడా చాలా బావుంటుంది.



"अभी ना जावो  छोड कर.." ఒక్కటి ఇక్కడ క్రిందన చూసేయండి..


 






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